Monday 2 April 2018

Cookies (कुकीज)

जब हम वेब ब्राउजर की सहायता से किसी वेबसाइट का उपयोग करते हैं तो उस वेब साइट का सर्वर एक संक्षिप्‍त डाटा फाइल उपयोगकर्ता के ब्राउजर को भेजता हैं। Cookies यह साफ्टवेयर है जिसके द्वारा कोई वेबसाइड कुछ सूचनाएं उपयोगकर्ता के कम्‍प्‍यूटर पर स्‍टोर करता हैं |


Cookies उपयोगकर्ता की जानकारी के बिना परदे के पीछे काम करता हैं। इसके द्वारा सर्वर उपयोगकर्ता के Preference तथा उसके द्वारा Search की गयी वेबसाइटों का विवरण वेब ब्राउजर पर संग्रहित रखता हैं। अगर वही उपयोगकर्ता उसी वेबसाइड पर दोबारा जाता हैं तो सर्वर Cookies के माध्‍यम से उसके Preference और Website को Show करता हैं। कुछ वेबसाइट उपयोगकर्ता के Username तथा Password को याद रखते हैं जिससे बार – बार Login करने की जरूरत नहीं पड़ती। इस प्रकार Cookies इंटरनेट के उपयोग को आसान बनाता हैं । Cookies सामान्‍यत: कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। पर इनका प्रयोग उपयोगकर्ता की रूचि के अनुरूप वेबसाइट पर विज्ञापन भेजने के लिए किया जाता हैं।



दूसरी तरफ कुछ Cookies उपयोगकर्ता के व्‍यक्तिगत सूचनाओं तथा उसके द्वारा देखी गई वेब साइटों का विवरण रखकर गोपनीयता को खत्‍म करते हैं। हम वेबब्राउजर साफ्टवेयर का उपयोग करते समय Cookies को चालू (Enable) या बंद (Disable) कर सकते हैं।

Types of Protocol


Types of Protocol (प्रोटोकॉल के प्रकार)
1. TCP – Transmission Control Protocol
2. IP – Internet Protocol
3. SMTP – Simple Mail Transfer Protocol
4. POP – Post Office Protocol
5. SLIP – Serial Linr Internet Protocol
6. PPP – Point To Point Protocol
7. SNMP – Simple Network Management Protocol
8. UDP – User Datagram Protocol
9. HTTP – Hypertext Transfer Protocol
10. FTP – File Transfer Protocol
11. MIME – Multipurpose Internet Mail Extension
12. UUCP – Unix To Unix Copy Protocol
13. X400
14. telnet
TCP/IP
इंटरनेट द्वारा प्रयोग किया जाने वाला कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल TCP/IP है यह प्रोटोकॉल दो भागों में विभाजित है पहला भाग TCP- Transmission Control Protocol (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल) है जो इंटरनेट पर डाटा ट्रांसफर करने में प्रयोग किया जाता है यह किसी फाइल या संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने में सहायक होता है|
दूसरा भाग IP – Internet Protocol (इंटरनेट प्रोटोकॉल) है यह प्रोटोकॉल प्राप्तकर्ता के कंप्यूटर के address को संभालने के लिए उत्तरदाई होता है ताकि प्रत्येक पैकेट सही रास्ते से भेजा जा सके| यह प्रोटोकॉल इंटरनेट से जुड़े हुए प्रत्येक कंप्यूटर में प्रयोग किया जाता है चाहे वह लेपटॉप हो, पर्सनल कंप्यूटर हो या सुपर कंप्यूटर | यह सभी में समान रुप से लागू होता है और इंटरनेट से जुड़े हुए प्रत्येक नेटवर्क में प्रयोग किया जाता है यहां तक कि यह दो स्वतंत्र कंप्यूटरों को नेटवर्क से जोड़ने में भी प्रयोग में लाया जाता है|
Serial Line Internet Protocol (SLIP)
SLIP का पूरा नाम Serial Line Internet Protocol हैं | यह इंटरनेट प्रोटोकॉल का पुराना रूप है इसे सीरियल पोर्ट और मॉडेम कनेक्शनों के कार्य के लिए विकसित किया गया है इसे संक्षेप में स्लिप कहा जाता है यह वास्तव में पॉइंट टू पॉइंट प्रोटोकॉल का ही दूसरा रूप है परंतु इसका प्रयोग अब बहुत कम किया जाता है क्योंकि यह डेटा ट्रांसमिशन में होने वाली गलतियों का पता नहीं लगा पाता है|
File Transfer Protocol (FTP)
इसका पूरा नाम File Transfer Protocol है यह प्रोटोकॉल Files को एक system से दूसरे System पर copy करने के लिये प्रयोग किया जाता हैं यह प्रोटोकाल data रूपांतरण directory की सूची तथा अन्‍य विकल्‍प प्रदान करता हैं।
FTP दो Connection स्‍थापित करता हैं ये Connection TCP Protocol की मदद से स्‍थापित किये जाते है पहला Connection क्लाइंट तथा सर्वर के बीच में Command तथा उसका Response देने के लिये किया जाता हैं और दूसरा Connection data को transfer करने के लिये किया जाता हैं FTP Protocol binary तथा Text files का आदान-प्रदान करता हैं।
Hypertext Transfer Protocol (HTTP)
यह इन्टरनेट में प्रयोग होने वाला सबसे महत्वपूर्ण प्रोटोकॉल हैं यह एक एप्लीकेशन प्रोटोकॉल हैं जिसका प्रयोग Web Browser की एड्रेस बार में WWW के पहले किया जाता हैं यह प्रोटोकॉल यूज़र द्वारा Address bar में डाले जाने वाले वेबसाइट के एड्रेस तक पहुचाने का कार्य करता हैं |
Telnet
यह एक ऐसा प्रोटोकॉल हैं जो Internet पर कार्य कर रहें user को दूर स्थित Computer सें जोड़ता हैं। इसके द्वारा हम दूर स्थित कंप्यूटर में login कर सकते हैं और उस कंप्यूटर पार आसानी से कार्य कर सकते हैं |
Trivial File Transfer Protocol (TFTP)
यह FTP की तुलना में एक साधारण प्राटोकॉल है जो एक System से दूसरे System में file को transfer करता हैं। इसकी एक मात्र विशेषता यह है कि इसके अंदर किसी Client Process Server Process के बीच files को प्राप्‍त करने व भेजने की योग्यता हैं।
Unix to Unix Protocol (U.U.C.P.)
U.U.C.P. का पूर्ण रूप यूनिक्‍स टू यूनिक्‍स कॉपी (Unix-to-Unix Copy) हैं। यह एक यूनिक्‍स प्रोग्राम (Utility) है जो यूनिक्‍स के सिस्‍टम के मध्‍य संचार को व्‍यवस्थित करता हैं। दो यूनिक्स कंप्यूटर के मध्य डाटा Transfer करने के लिए UUCP प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता हैं UUCP अपने संस्‍करण Honey Bar UUCP तथा Taylor UUCP के नाम से जाना जाता हैं। यह-
  • यह प्रोटोकॉल दो होस्‍ट के मध्‍य फाइल ट्रांसफर करता हैं।
  • यह प्रोटोकॉल ई-मेल तथा यूजनेट ग्रुप के लिए संचार प्रोटोकॉल प्रदान करता हैं।
  • यह प्रोटोकॉल संचार डिवाइसेज का नियंत्रण करता हैं।
  • यू.यू.सी.पी. पैकेज के व्‍यवस्‍था के लिए यूटिलिटिज (Utilities) का एक संकलन प्रदान करता हैं।
E-mail में प्रयोग होने वाले प्रोटोकॉल
ईमेल प्रोटोकॉल का प्रयोग मेल करते समय किया जाता हैं मेल करते समय कई प्रोटोकॉल प्रयोग किये जाते हैं अर्थात User ई-मेल भेजने के लिए अलग-अलग प्रकार के संदेश प्रणाली (Messaging System) का प्रयोग करता हैं, जो दो अलग-अलग पद्धति का प्रयोग करने के फलस्‍वरूप संदेश का संचार करने में कठिनाई उत्‍पन्‍न करते हैं। इस प्रकार की समस्याओं के कारण उत्‍पन्‍न होने वाली कठिनाइयों का निदान करने के लिए अलग अलग नियमों को बनाया गया इस समान पद्धति वाले निर्देशों के समूह को प्रोटोकॉल (Protocols) कहते हैं। प्राटोकॉल्‍स जो इलेक्‍ट्रॉनिक मेल (email) में प्रयोग होते  हैं, निम्‍न हैं-
Simple Mail Transfer Protocol (SMTP)
इसका पूरा नाम Simple Mail Transfer Protocol हैं। यह प्रोटोकॉल दो Systems के बीच में Mails आदान-प्रदान के लिये Use में लाया जाता हैं। वास्‍तव में यह Protocol TCP Connection का use करते हुये दो System के बीच में mail का आदान-प्रदान करता हैं।
सिस्टम में ईमेल सुविधा को क्रियांवित करने के लिए यह प्रोटोकॉल प्रयोग किया जाता है इस प्रोटोकॉल की सहायता से ही मेल एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक पहुंचते हैं इस प्रोटोकॉल का प्रयोग एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को मेल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है|
Post Office Protocol (POP)
यह प्रोटोकॉल Client Server मॉडल पर आधारित होता हैं वास्‍तव में इस प्रोटोकॉल का प्रयोग E-Mail को Download तथा Update करने में किया जाता हैं। इस प्रोटोकॉल के द्वारा Client, Server से E-Mail प्राप्‍त करता हैं।
x.400
इस प्रोटोकॉल का प्रयोग ईमेल कनेक्टिविटी के लिए किया जाता है इसका प्रयोग मुख्य रूप से वाइनरी फाइल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है|
Multipurpose Internet Mail Extensions (MIME)
इस प्रोटोकॉल का प्रयोग मल्टीमीडिया फाइल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है ईमेल के माध्यम से जो भी मल्टीमीडिया डाटा भेजा जाता है वह MIME के द्वारा भेजा जाता हैं |
MIME का पूर्ण रूप बहुउद्देशीय इन्‍टरनेट मेल विस्‍तारक (Multipurpose Internet Mail Extensions) हैं माइम (MIME) ऐसा प्रोटोकॉल है जो असमान अक्षर समूहों (character sets) वाले भाषाओं में टैक्‍स्‍ट का विनिमय (interchange) करता हैं साथ ही कई भिन्न कम्‍प्‍यूटर प्रणालियों के मध्‍य मल्‍टीमीडिया ई-मेल को भी स्‍थानांतरित (Interchange) करता हैं। माइम प्रयोक्‍ता को निम्‍नलिखित सुविधाओं के साथ ई-मेल संदेशों को बनाये तथा पढ़ने की सुविधा प्रदान करता हैं-
  • एस-की के अतिरिक्‍त अरबी (Arabic), कन्‍जी (Kanji), के अक्षर-समूह (Character Sets),
  • विशेष चिन्‍हों पर आधारित समृद्ध टैक्‍स्‍ट जैसे गणित ।
  • ग्राफिक्‍स इमेज
  • ऑडियो फाइल तथा ध्‍वनि (Sound)
Binary files, compressed files जैसे rar तथा zip माइम नॉन-टैक्‍स्‍चुअल संदेश विषयवस्‍तुओं के कई पूर्व-परिभाषित रूपों जैसे GIF फाइलों को सपोर्ट (Support) करने के अतिरिक्‍त user को उन्‍हें अपने द्वारा संदेश को परिभाषित करने की अनुमति देता हैं।


O level M@-R4-01-2018

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