JavaScript क्या
है?
JavaScript एक powerful scripting language है
जिसे HTML के साथ add करके web page को और भी interactive
बनाया
जा सकता है|
JavaScript को Brendan Eich ने 1995
में Netscape में बनाया था तब इसका नाम Livescript था
जिसे बाद में बदल कर JavaScript रखा गया|
कई सारे programmers Javascript और Java
को
एक दुसरे से related समझते हैं लेकिन असल में ये दोनों एकदूसरे से
बिलकुल अलग हैं और इनके बीच कोई सम्बन्ध नही है| जहाँ पर Java
बहुत
ही complex programming language है वहीँ Javascript केवल
एक light-weighted scripting language है|
Javascript एक client side scripting है
इसका मतलब यह user के browser पर run होता
है|
जब भी user किसी webpage
के
लिए request send करता है तब server उस पेज के HTML
के
साथ JavaScript के code को भी browser
पर send
कर
देता है अब यह browser की responsibility होती है वह उस JavaScript
के code
को
जरूरत पड़ने पर execute करे|
आप जावास्क्रिप्ट के कोड को अपने ब्राउज़र पर
देख सकते हैं क्योंकि यह browser पर run होता है|
इसके विपरीत आपने server side
programming जैसे PHP, ASP.Net, JSP आदि के बारे में सुना होगा इन सभी language
से
बना program browser पर नही बल्कि server पर run होता
है और इसका output HTML में convert होकर browser
में
दिखाई देता है और इनके code को आप browser पर नही देख सकते|
HTML, CSS और Javascript
में
क्या differences हैं?
कई लोग JavaScript सीखने से पहले
काफी confusion में रहते हैं और उनके मन में कुछ सवाल जरूर
होते हैं जैसे:
HTML, CSS और Javascript में आखिर अंतर क्या है?
HTML, CSS और Javascript में आखिर अंतर क्या है?
क्या हम बिना Javascript के कोई वेबसाइट
नही बना सकते? क्या हमें इन तीनो को सीखना ही पड़ेगा?
इन सभी सवालों का जवाब तभी मिल सकता है जब हमें पता हो की इन तीनो का काम क्या है| तो चलिए इन तीनो के उपयोग की समझते हैं:
इन सभी सवालों का जवाब तभी मिल सकता है जब हमें पता हो की इन तीनो का काम क्या है| तो चलिए इन तीनो के उपयोग की समझते हैं:
HTML: इसके जरिये web page का structure
तैयार
किया जाता है| पढ़ें: HTML सीखें सिर्फ 20
मिनट में
CSS: Cascading Style Sheets से वेबसाइट के presentation
वाले
part को डिजाईन किया जाता है उसमे रंग आदि भरा जाता है| पढ़ें
: Complete CSS tutorial हिंदी में
Javascript: Page को interactive
बनाया
जाता है कुछ logic जैसे user किसी button
पर click
करे
तो कौन सा function execute होगा और कौन सा task perform होगा
आदि|
JavaScript के क्या-क्या
उपयोग हैं?
इसका उपयोग एक interactive website को
बनाने के लिए किया जाता है| इसका अधिकतर उपयोग कुछ इस प्रकार के task
को perform
करने
के लिए होता:
Form Validation: User द्वारा किसी form पर input
लेते
समय ये verify करना की enter किया गया data
सही
format में है या नही जैसे email, mobile no. आदि|
Popup Windows: Popups जैसे alert dialog box, confirm
dialog box आदि को भी जावास्क्रिप्ट से create किया जा सकता है|
Drop Down Menu: वेबसाइट के लिए dynamic drop
down menu बनाया जा सकता है|
Browser Detection: User कौनसा browser use कर
रहा है यह पता कर सकते हैं |
Cookies: User के browser में कुछ information
store किया जा सकता है और जब user दुबारा visit करे तो उसे access
कर
सकते हैं इस information को cookies कहते हैं|
JavaScript के लिए कौन-कौन से Tools की जरूरत पड़ती है?
Javascript की coding
करने
के लिए और उसे run करने के लिए किसी विशेष tool की
जरूरत नही पडती इसके लिए सिर्फ दो चीजें आपके system में होनी
चाहियें:
Code Editor: आप code लिखने के लिए normal
text editor जैसे notepad का use कर सकते हो या
किसी code editor जैसे Notepad++, Dreamweaver, Sublime,
Brackets आदि में कोई भी एक use कर सकते हैं|
Browser: कोई modern web browser जैसे Chrome,
Firefox, Safari आदि का उपयोग कर सकते हैं|
JavaScript के फायदे
Fast Execution: यह fast
इसलिए
है क्योंकि यह client side पर run होता है और
ज्यादा server interaction की जरूरत नही पड़ती|
Cross Platform: यह किसी भी operating system और
किसी भी modern browser जैसे Chrome, Firefox, Internet
Explorer आदि में आसानी से काम कर सकता है|
Easy to Learn: यह language बहुत ही simple
है
और इसे सीखना बहुत आसान है|
JavaScript के Disadvantages
Security Issues: जैसा की आप जानते हैं की यह client
के browser
पर execute
होता
इसलिए यह ज्यादा secure नही होता हालांकि सुरक्षा को नज़र में रखते हुए JavaScript
के
अन्दर कुछ restrictions लगाये गए हैं जैसे की यह user के system
के files
को read
या write
नही
कर सकता| इन restrictions के बावजूद भी कुछ malicious
codes अब भी run हो सकते हैं|
Javascript rendering varies: यह अलग-अलग browser पर
अलग-अलग तरीके से काम कर सकता है यानि के इसके outputs अभी platforms
पर consistent
नही
होते|
PHP क्या है? What is
PHP in Hindi
1.
PHP का full form "PHP: Hypertext
Preprocessor" है
यह एक server side scripting language है जिसका उपयोग web development में किया जाता है।
2.
Server side scripting यानी PHP में लिखा गया program हमेशा server में run होता है और जो भी output होता है वह HTML page के रूप में convert होकर user के web browser पर display होता है।
3.
किसी website के HTML और CSS code को देखा जा सकता है लेकिन PHP के code को user देख नही सकता क्योंकि इसके कोड हमेशा server
में रहते हैं और
कभी भी client के system
तक नही पहुँचते।
4.
PHP एक बहुत ही powerful language है और आज internet पर मौजूद लाखों websites PHP का उपयोग कर रहें हैं।
5.
लगभग सभी popular CMS जैसे Wordpress, Joomla, Drupal
आदि PHP से ही बने हैं।
6.
E-commerce हो या social networking की site हर जगह PHP का उपयोग हो रहा है।
7.
Facebook की वेबसाइट भी PHP के code से बनी है।
8.
अगर हम PHP के history के बारे में बात करें तो 1994 में Rasmus Lerdorf ने अपने online resume वाली website में आने वाले visitors को count करने के लिए PHP को बनाया था जिसे "Personal
Home Page Tools" नाम
दिया गया था।
9.
समय के साथ इसमें कई सारे बदलाव किये गये इसका
नाम बदल कर "PHP Hypertext Preprocessor" रखा गया और कुछ नई functionalities
add किये गये।
PHP का क्या उपयोग है?
Dynamic website या web application बनाया
जा सकता है।
वेबसाइट को database से connect
कर
सकते हैं।
PHP के जरिये database में data
insert, update या delete किया जा सकता है।
User login system बनाया जा सकता है। server side
validation भी हो सकता है।
PHP के जरिये आप यह तय कर सकते हैं की कौन सा user
कौन
से page को access कर सकता है।
Forms create कर सकते हैं जिसके जरिये user से data
input करा कर database में store किया जा सकता
है।
Email send और receive किया जा सकता
है।
Browser के cookies को set और access
किया
जा सकता है।
Data encryption और decryption भी कर सकते हैं।
PHP काम कैसे करता है?
PHP के code को HTML के
साथ लिखा जाता है लेकिन इसके execution के लिए server install होना
जरुरी है।
PHP असल में एक software है जो की web
server में installed होता है जहाँ यह web developer द्वारा
निर्धारित tasks को perform करता है और इसके
output को कुछ ही milliseconds में user के browser
पर send
कर
देता है।
जब भी user अपने web
browser के द्वारा किसी PHP document के लिए server को request
send करता है तब server उस document को find
out करने
के बाद सबसे पहले PHP processor पर send कर देता है।
PHP processor पर दो प्रकार के operations
perform होते हैं:
Copy mode: इस step में plain
HTML को final output पर copy कर दिया जाता
है।
Interpret mode: इसमें PHP के कोड को interpret
यानि
execute किया जाता है और उसके द्वारा प्राप्त output को final
output में जोड़ दिया जाता है।
How PHP works in Hindi
Advantages of PHP
PHP free और open source है यानि इसे आप
फ्री में download करके उपयोग कर सकते हैं।
यह platform independent है यानि किसी भी
platform जैसे Windows, Linux, Mac आदि में use किया जा सकता
है।
इसका syntax बहुत आसान है
इसलिए इसे बड़ी आसानी से सीखा जा सकता है।
इसका execution speed बहुत fast
होता
है।
Built-in database module का उपयोग कर बड़ी आसानी से database
से connection
create किया जा सकता है।
Powerful library support
Apache और IIS दोनों तरह के servers के
लिए compatible है।
Disadvantages of PHP
PHP से कोई large application develop करना
काफी मुश्किल काम है क्योंकि यह highly modular नही है जिसकी
वजह से किसी बड़े application को manage करना कठिन हो
जाता है।
PHP open source है इसलिए इसके source code को
कोई भी देख सकता है ऐसे में यदि code में कोई bug हो तो उसका गलत
फायदा उठाया जा सकता है।
धन्यवाद सर आपकी पोस्ट काफी लाब्दायी है और हमें आपके आर्टिकल्स पड़ना काफी ज्यादा अच्छा लगता है. आप हमारे देश के लिए काफी अच्छा काम कर रहे है इस प्रकार से और बेतरीन आर्टिकल्स हमरे लिए पोस्ट करते रहिये.
ReplyDelete100+ FUNNY PROFILE PICS — FUNNY PICS | COOL PROFILE PICS